Aashiqui Hindi Shayari आशिकी शायरी: मोहब्बत के अनमोल लफ़्ज़ों का संगम

Hindi Shayari



1.



तेरे शहर में आके बेनाम हो गए,
तेरी चाहत में अपनी मुस्कान को खो गए
, जो डूबे तेरी मोहब्बत में तो ऐसे डूबे की,
जैसे तेरी आशिकी के गुलाम ही हो गए !!



2.


आदत है या तलब,
इश्क है या चाहत,
तू दिल मे है या साँसों मे,
तू दीवानगी है या मेरी आशिकी,
तू ज़िन्दगी है या फिर एक किस्सा,
पर जो भी है सिर्फ तू है !!



3.


जो मोहब्बत तुम्हारे दिल में है,
उसे जुबां पर लाओ,
और बयां कर दो आज बस तुम,
कहो और कहते ही,
जाओ हम बस सुनें ऐसे,
बेज़ुबान कर दो !!<



4.


एक आदत सी हो गयी है चोट खाने की,
भीगी हुए पलकों संग मुस्कुराने की,
काश अंजाम वफ़ा का पहले ही जानते,
तो कोशिश भी नहीं करते दिल लगाने की !!



5.


मेरी नजरों से पूछ तेरी आशिक़ी,
की हद क्या है,
जरा करीब से देख इनमें तेरी तस्वीर,
की गहराई क्या है !!



6.


कोई अच्छी सी सज़ा दो मुझको,
चलो ऐसा करो भूला दो मुझको,
तुमसे बिछडु तो मौत आ जाये,
दिल की गहराई से ऐसी,
दुआ दो मुझको !!



7.


गज़ब की आशिकी है तेरी इन निगाहो में,
जब भी देखती है डूबने को,
मजबूर कर देती है !!



8.


झुकाया तुने झुके हम बराबरी ना रही,
ये बन्दगी हुई ऐ दोस्त आशिकी ना हुई !!



9.


हमें भी याद रखें जब लिखों,
तारीख गुलशन की,
की हमने भी लुटाया है चमन में,
आशियां अपना !!



10.


आदत है या तलब,
इश्क है या चाहत,
तू दिल मे है या साँसों मे,
तू दीवानगी है या मेरी आशिकी,
तू ज़िन्दगी है या फिर एक किस्सा,
पर जो भी है सिर्फ तू है !!



11.


वक़्त जब बुरे थे तब तुम थे मेरे साथ,
अगर आज मेरे अच्छे वक़्त में तुम नही रहोगे,
तो क्या करूँगा ये अच्छे वक़्त का !!



12.


जन्नत-ए-इश्क मैं हर बात,
अजीब होती है,
किसी को आशिकी तो किसी को,
शायरी नसीब होती है !!



13.


मैने ईश्क करने का मिजाज बदल दिया है,
अब तो बस तन्हाईयों से आशिकी करते हैं !!



14.


समुंदर बहा देने का जिगर,
तो रखते है लेकिन,
हमें आशिकी की नुमाइश की,
आदत नहीं है दोस्त !!



15.


न खबर होगी तुम्हे मेरी आशिकी की,
सुना है सांसो की हद सिर्फ मौत होती है !!



16.


ना चाँद अपना था और ना तू अपना था,
काश दिल भी मान लेता की,
सब सपना था !!



17.


गज़ब की आशिकी है,
तेरी इन निगाहो में,
जब भी देखती है डूबने को,
मजबूर कर देती है !!



18.


मैं आशिक हूं दिवाना क्या,
बिगाडे़गा मेरा जमाना,
सबको सिखा दूंगा प्यार करके,
प्यार को निभाना !!



19.


इतना करुगा मुहब्बत के तू खुद कहेगी,
देख वो मेरा आशिक जा रहा है !!



20.


हुस्न वालों की नियत,
जबसे खराब हो गई,
जिन्दगी आशिकों की तबसे,
बर्बाद हो गई !!



21.


हमारे जख्मो की वजह भो वो है,
हमारे जख्मो की दवा भी वो है,
नमक जख्मो पे लगाये भी तो किया हुआ,
मोहब्बत करने की वजह भी तो वो है !!



22.


आशिकों की जिन्दगी में,
चैन नहीं बेचैनी है,
ये हम नही बेचारे महोदय,
खुद कहते हैं !!



23.


हद से गुजरने को,
बेकरार होती है,
ये तेरी आशिक़ी मुझे,
इतना क्यों बेचैन करती है !!



24.


ज़िन्दगी आशिकों की आफत में,
सजा मिली उनको इश्क मोहब्बत में !!



25.


कोई देखे नही आशिकी उम्र भर,
मनाती रही मै नाखुशी इस कदर,
नाम उसका लबों पर ना आया कभी,
यूँ निभाती रही आशिकी उम्र भर !!



26.


मोहब्बत में महबूबा संग,
आशिक आवारा हो गया,
डुबा दिया दरिया में दुश्मनों ने,
कुदरत के कमाल से किनारा हो गया !!



27.


दिसंबर की सर्दी है तेरी आशिकी जैसी,
याद भी करूँ तो पूरा बदन कांपता है !!



28.


दिल की आवाज़ को इज़हार कहते हैं,
झुकी निगाह को इनकार कहते हैं,
सिर्फ पाने का नाम इश्क नहीं,
कुछ खोने को भी प्यार कहते हैं !!



29.


आशिक है पागल दिल लगाने वाले,
माशूक है अब के ज़माने वाले !!



30.


फूल खिलते रहे ज़िन्दगी की राह में,
हंसी चमकती रहे आपकी निगाह में,
कदम कदम पर मिले ख़ुशी की बहार आपको,
दिल देता है ये ही दुआ बार बार आपको !!



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